दूर से आती
किसी विदेशी ब्रांड के परफ्यूम की खुशबू
चाह जगी देखा तो थी शिखा सजी
छोटे टॉप पर टाइट जींस
हल्के लिपस्टिक ,मस्कारा के साथ
बालों को ढीला बांध लगा ली मैच की बिंदी।
बालकनी से झांक -झांक
कह रही थी ‘स्टुपिड नहीं आया अभी’।;
सीढ़ी से उतर रही थी जब –
आकुलता देख पूछा बरबस
कहां जा रही हो? वह भी इस निखार के साथ!
तमतमा कर बोली –
‘फेर दिया पानी सारी मेहनत पर
बना काम बिगाड़ दिया टोक कर’।
मैं झेंप बोली – ‘सॉरी एक्स्ट्रीमली सॉरी’!
उस ने चेतावनी दी झिड़की के साथ-
‘दिस इज बैड मैनर’।।